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ईडी की टीम ने भूपेश के घर से 33 लाख रुपए नगद बरामद किया 

रायपुर. छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और उनके बेटे के ठिकानों पर ई़डी ने छापेमारी की है। दुर्ग जिले के भिलाई शहर में स्थित परिसरों पर प्रवर्तन निदेशालय की छापेमारी चल रही है। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, ईडी ने सोमवार सुबह शराब घोटाला मामले में भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल के खिलाफ धन शोधन जांच के तहत उनके परिसरों पर छापेमारी की। चैतन्य बघेल के करीबी लक्ष्मी नारायण बंसल उर्फ पप्पू बंसल और कुछ अन्य के ठिकानों में भी धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत तलाशी ली जा रही है।पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के भिलाई निवास से ED की टीम रायपुर रवाना हो गई है. ईडी के अफसरों ने भूपेश बघेल और उनके परिवार से 11 घंटे तक पूछताछ की. दस्तावेजों और सोने-चांदी के जेवरातों की जांच की. परिवार के सदस्यों के मोबाइल फोन और कॉल डिटेल की भी जानकारी की. ईडी की टीम ने भूपेश के घर से 33 लाख रुपए नगद बरामद किया है.ईडी की कार्रवाई के बाद पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रेसवार्ता कर कहा, सुबह-सुबह मेरे निवास पर ईडी के अधिकारी पहुंच गए थे. मुझे विधानसभा जाने से मना किया. मोबाइल मांगा नहीं दिया तो बात करने से मना किया. जांच में 33 लाख रुपए नगद मिला है. हमने इसका हिसाब देने की बात कही है. पत्नी, बहू, बच्चों, बेटे की अलमारी खंगाली, लेकिन उनको कुछ मिला.

भूपेश बघेल ने कहा, विधानसभा में सवाल पूछना अपराध हो गया है. मैंने विधानसभा में विजय शर्मा से सवाल किया उसके बाद ED भेज दी. भाजपा के बौखलाहट की वजह से ये छापा मारा गया. प्रताड़ित करने, बदनाम करने और परेशान करने के लिए इस तरह की कार्रवाई करते हैं. ईडी को कुछ नहीं मिला इसलिए शाम तक कार्रवाई खत्म हो गई. उन्होंने कहा, कांग्रेस ने मुझे पंजाब का प्रभार दिया है, ये भी मेरे यहां छापे की वजह है. ईडी ने घर में कितनी संपत्ति है, इस संबंध में पूछताछ की है. भूपेश बघेल के हाथ को दबाने की ताकत किसी में नहीं है. भूपेश बघेल डरने वाला नहीं है.

विधानसभा में भी हंगामा

ईडी की कार्रवाई को लेकर कांग्रेस विधायकों ने छत्तीसगढ़ विधानसभा में हंगामा किया है। सत्तारूढ़ भाजपा के खिलाफ नारेबाजी करते हुए सदन में आसन के समक्ष आने के बाद कांग्रेस विधायकों को निलंबित कर दिया गया। सदन की कार्यवाही शुरू होते ही कांग्रेस विधायकों ने प्रश्नकाल में ईडी की छापेमारी का मुद्दा उठाया। उन्होंने दावा किया कि सरकार में कथित भ्रष्टाचार पर सवाल उठाने वालों को केंद्रीय एजेंसी का इस्तेमाल कर निशाना बनाया जा रहा है।कांग्रेस विधायक उमेश पटेल समेत कांग्रेस सदस्यों ने सत्तारूढ़ भाजपा के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी और दावा किया कि लोकतंत्र की हत्या की जा रही है। विधानसभा अध्यक्ष रमन सिंह ने प्रश्नकाल के महत्व का हवाला देते हुए विपक्षी सदस्यों से शून्यकाल में अपने मुद्दे उठाने को कहा, लेकिन कांग्रेस सदस्य नारेबाजी करते रहे। कांग्रेस विधायक नारेबाजी करते हुए आसन के समक्ष आ गए जिसके बाद नियमों के अनुसार, उन्हें निलंबित कर दिया गया। भूपेश बघेल सदन में मौजूद नहीं थे।

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