नई दिल्ली: हरियाणा में यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का करिश्मा नजर आया. सीएम योगी ने जिन-जिन सीटों पर चुनाव प्रचार किया उनमें से अधिकांश सीटों पर भाजपा को प्रचंड जीत मिली है. योगी आदित्यनाथ ने अपने हर भाषण में हिंदुत्व का एजेंडा आगे रखा था और लोगों से आपस में न बंटने की अपील की थी. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि अगर बंटोगे तो कटोगे वाले बयान ने भी योगी की जीत में अहम भूमिका निभाई। सीएम योगी एक बार फिर से बीजेपी के लिए ट्रंप कार्ड साबित हुए हैं। उन्होंने जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनाव में पांच क्षेत्रों में चुनाव प्रचार किया, जिसमें से चार सीटों पर बीजेपी ने जीत दर्ज की। इसी तरह उन्होंने हरियाणा विधानसभा चुनाव में चुनाव प्रचार किया। राज्य की 14 विधानसभा सीटों पर वह चुनाव प्रचार करने गए, जिसमें से बीजेपी ने 9 सीटों पर जीत दर्ज की जो यह बताने के लिये काफी है कि हरियाणा में बीजेपी का हिन्दुत्व का कार्ड तो खूब चला, लेकिन राहुल गांधी और कांग्रेस का संविधान बचाओं का ढोंग और हिन्दुओं को जातियों में बांट कर हिन्दू वोटों में डिवीजन की साजिश परवान नहीं चढ़ पाई।योगी ने हरियाणा में चार दिन और जम्मू-कश्मीर में दो दिन प्रचार किया। सीएम योगी ने 22 सितंबर को नरवाना, राई और असंध सीट पर चुनाव प्रचार किया।। इन तीनों ही सीटों पर बीजेपी के उम्मीदवारों ने जीत दर्ज की है। इसके बाद 28 सितंबर को मुख्यमंत्री ने फरीदाबाद, रादौर, जगाधरी और अटेली सीटों पर प्रचार किया इन सभी सीटों पर भी बीजेपी जीती है। इसके अलावा मुख्यमंत्री ने 30 सितंबर को बवानी खेड़ा में चुनावी जनसभा की थी। इस सीट पर भी बीजेपी ने जीत दर्ज की है। तीन अक्टूबर को उन्होंने सफीदों में जनसभा की, यहां बीजेपी ने जीत दर्ज की है। अगर जम्मू-कश्मीर में उनके ट्रैक रिकॉर्ड पर ध्यान दें तो बिल्कुल ऐसा ही नजर आता है, जिन सीटों पर उन्होंने चुनाव प्रचार किया वहां बीजेपी का दबदबा रहा। योगी ने जम्मू कश्मीर के रामगढ़, आरएस पुरा दक्षिण, रामनगर और कठुआ में सभाएं की थीं। इन सभी सीटों पर बीजेपी के प्रत्याशियों ने जीत दर्ज की है, ऐसे में देखा जाए तो सीएम योगी आदित्यनाथ एक बार फिर से बीजेपी का ट्रंप कार्ड साबित हुए हैं। उनका चुनाव के दौरान उनका जादू चलता नजर आया है। इस आधार पर कहा जा सकता है बीजेपी में योगी का कद काफी बढ़ गया है।
