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ऑपरेशन सिंदूर; परिवार के 14 लोगों की मौत पर फूट कर रोया आतंकी मसूद अजहर

नई दिल्ली. भारतीय जेट फाइटर ने पाकिस्तान में आतंकवादियों के कई ठिकानों पर बुधवार सुबह सटीक हमले किए. हमलों में जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा के ट्रेनिंग कैंप, लॉन्च पैड और हेड क्वार्टर को निशाना बनाया. ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत किए गए इन हमलों के दौरान बहावलपुर में जैश-ए-मोहम्मद के मुख्यालय और पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के मुरीदके में लश्कर-ए-तैयबा के हेडक्वार्टर को निशाना बनाया गया. पहलगाम में 22 अप्रैल को आतंकी हमले में 26 लोगों की मौत के बाद पलटवार करते हुए ये हमले किए गए.आतंकी शिविरों को निशाना बनाने के लिए विशेष सटीक हथियारों का इस्तेमाल किया गया. तीनों सेनाओं ने संयुक्त रूप से ऑपरेशन को अंजाम दिया. भारतीय सेना द्वारा सफलतापूर्वक निशाना बनाए गए 9 ठिकानों में से चार पाकिस्तान में और पांच पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में हैं. पाकिस्तान में स्थित ठिकानों में बहावलपुर, मुरीदके और सियालकोट शामिल है.’

भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान में चार और पीओके में पांच स्थानों को चुना. बहावलपुर दूसरा सबसे बड़ा टारगेट रहा. जैश-ए-मुहम्मद सरगना मसूर अजहर के परिवार के 10 सदस्य हमले में मारे गए हैं. उसके चार सहयोगी भी मारे गए हैं. सैकड़ों मासूमों की मौत का गुनाहगार खून के आंसू रोते हुए बोला कि ‘इससे अच्छा यह होता कि मैं भी मर जाता.’ मसूद अजहर की पत्नी, बेटा और उसका भाई भारतीय सेना के हमले में मारे गए हैं. मसूद अजहर की बहन-बहनोई भी मारे गए हैं. बहावलपुर में मसूद अजहर के परिवार का खात्मा हो गया है. मसूद अजहर के घर पर मिसाइल से अटैक किया गया.

‘मेरे परिवार के कुल 10 सदस्यों को जन्नत नसीब हुई’
मसूद की ओर से जारी बयान में कहा गया, ‘जामिया मुस्जिद सुभान अल्लाह बहावलपुर में बड़ी बहन, बहनोई, भांजा, उसकी पत्नी, भांजी, और परिवार के पांच अन्य सदस्य मारे गए. मेरे परिवार के कुल 10 सदस्यों को जन्नत नसीब हुई है. मेरी बड़ी बहन, उसके पति, मेरा भांजा फाजिल, उसकी पत्नी, मेरी भांजी फाजिला… मेरे भाई हुजैफ, उसकी मां, दो अन्य सहयोगी मारे गए हैं.’

कभी हरकत उल मुजाहिद्दीन का सदस्य हुआ करता था मसूद अजहर
मसूद अजहर पहले हरकत उल मुजाहिद्दीन का सदस्य हुआ करता था. 1999 में आईसी-814 के अपहृत यात्रियों के बदले रिहा होने के बाद मसूद अजहर ने जैश-ए-मोहम्मद की स्थापना की. आईएसआई के इशारे पर मसूद अजहर ने वहावलपुर में एक ट्रेनिंग सेंटर बनाया. फिर वहीं से ट्रेनिंग देकर आतंकवादियों को भारत में घुसपैठ के लिए भेजा. 2001 में संसद पर हमला, 2000 में जम्मू – कश्मीर विधानसभा पर हमला, 2016 में पठानकोट में भारतीय वायुसेना के अड्डे पर हमला और 2019 में पुलवामा आत्मघाती हमला, इन सभी हमलों में मसूद अजहर का हाथ रहा. अजहर को अप्रैल 2019 के बाद से सार्वजनिक रूप से नहीं देखा गया है.

2000 में आतंकवादी संगठन शुरू किया
अजहर ने जनवरी 2000 में आतंकवादी संगठन शुरू किया था. पाकिस्तान की इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई), अफगानिस्तान में तत्कालीन तालिबान नेताओं, बिन लादेन और पाकिस्तान में सुन्नी सांप्रदायिक संगठनों से उसे सहायता मिली थी. बहावलपुर में मरकज सुब्हानअल्लाह वह जगह है, जहां जैश-ए-मोहम्मद अपने लड़ाकों को ट्रेनिंग देता है. उन्हें अपने विचारों से प्रेरित करता है. फरवरी 2019 में पुलवामा में हुए आतंकी हमले की योजना इसी शिविर में बनाई गई थी जिसमें सीआरपीएफ के 40 जवानों की मौत हुई थी.

बहावलपुर में टोटल ब्लैकआउट, 30 से ज्यादा आतंकी मारे गए

मंगलवार आधी रात को रात 2 बजे के करीब भारत ने पाकिस्तान-अधिकृत कश्मीर (पीओके) में 9 आतंकवादी ठिकानों पर मिसाइल से हमले किए. भारतीय सेना ने ऑपरेशन को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का नाम दिया. इस तरह से भारतीय सेना ने भारत की बेटियों का सिंदूर उजाड़ने वालों से बदला ले लिया. पहलगाम अटैक के पूरे 15 दिन बाद भारतीय सेना ने कार्रवाई की. इंडियन आर्मी ने जानकारी दी कि पाकिस्तानी सैन्य ठिकाने को निशाना नहीं बनाया गया है. भारतीय सेना के हमले के बाद पाकिस्तान के बहावलपुर में अंधेरा छा गया. बहावलपुर के अस्पतालों में भीड़ के विजुअल सामने आए हैं. लाहौर एयरपोर्ट पर इमरजेंसी की घोषणा कर दी गई है. हमले से पाकिस्तान में भारी दहशत का माहौल है.पहलगाम आतंकी हमले में 26 टूरिस्ट मारे गए थे. आतंकियों ने पर्यटकों से धर्म पूछकर गोली मारी थी. आतंकी हमले की जिम्मेदारी पहले तो द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) ने ली थी, बाद में मुकर गया था. पहलगाम हमला मामले की जांच NIA कर रही है.

70 से ज्यादा आतंकवादी मारे गए
सूत्रों के मुताबिक, भारतीय सेना के मिसाइल हमले से 70 से ज्यादा आतंकवादी मारे गए हैं. बहावलपुर में 30 से ज्यादा आतंकी मारे गए हैं. लश्कर के 3 और जैश के 4 लॉन्चिंग पैड पूरी तरह से तबाह हो गए हैं. बहावलपुर में आतंकी मौलाना मसूद अजहर के मदरसे को भारतीय सेना ने पूरी तरह से तबाह कर दिया है. मसूद अजहर के मदरसे में चार मिसइलें दागी गईं. पाकिस्तान के एक टीवी चैनल ने दावा किया है. बहावलपुर का पूरा आसमान लाल-लाल हो गया है.भारतीय सेना ने कुल 9 साइट पर स्ट्राइक की. 5 पीओके में और 4 पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में. बहावलपुर में जैश का मुख्यालय है. मुरीदके में लश्कर के हेडक्वाटर है. उरी हमले की 11 दिन बाद सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम दिया गया था. पुलवामा अटैक के 12 दिन बाद बालाकोट में स्ट्राइक की गई. पहलगाम हमले का बदला 14 दिन बाद लिया गया है.

जम्मू-कश्मीर में स्थानीय लोगों ने लगाए ‘भारतीय सेना जिंदाबाद’ के नारे
जम्मू-कश्मीर के स्थानीय लोगों ने ‘भारतीय सेना जिंदाबाद’ और ‘भारत माता की जय’ के नारे लगाए. भारतीय सशस्त्र बलों ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ शुरू किया, जिसमें पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी बुनियादी ढांचे को नष्ट कर दिया गया, जहां से भारत के खिलाफ आतंकवादी हमलों की योजना बनाई गई और निर्देशित किया गया.

जैश का हेडक्वार्टर धवस्त, ये 9 आतंकी ठिकाने स्वाहा

पाकिस्तान के एक टीवी चैनल की ओर से कहा गया, ‘बहावलपुर में पूरा आसमान लाल-लाल दिखाई दे रहा है. पुलिस और रेस्क्यू टीम मौजूद हैं. बड़ी तादाद में सुरक्षा एजेंसियों के कर्मचारी पहुंचे हैं. इस बात की पुष्टि जरूर हुई है कि मदरसे में चार मिसाइलें दागी गई हैं.’ हमले से घबराया रिपोर्टर चैनल को बताता है, ‘मेरा घर मदरसे से करीब दो किलोमीर की दूरी पर है. यहां का पूरा आसमान लाल-लाल हो गया है.’बवाहलपुर पर तबाही के वीडियो सोशल मीडिया पर आ रहे हैं. बहावलपुर के एक युवक का वीडियो सामने आया है, जिसमें वह कह रहा है, ‘भारत-पाकिस्तान के बीच जंग शुरू हो गई है. मेरी बहावलपुर सिटी में बैलेस्टिक मिसाइल से हमला हुआ है. मौलाना मसूर अजहर के मदरसा पर चार मिसाइलों से हमला किया गया है. मैं अपनी सेना के साथ हूं लेकिन मेरा सवाल है कि हमारी एजेंसियां कहां थी? हमारी सेना कहां सोई हुई थी? मुजफ्फराबाद में भी हमले की खबर आ रही है. हालांकि अभी ये कन्फर्म नहीं है कि मिसाइलें किस तरफ से आईं.’

बुहावलपुर में मदरसे खाली करवाए गए
हमले के बाद बहावलपुर में मदरसे खाली करवाए जा रहे हैं. बड़ी तादाद में लोग सड़कों पर नजर आए. एक वीडियो सोशल मीडिया पर आया है, जिसमें बहावलपुर का एक युवक दावा कर रहा है कि सभी मदरसे खाली करवा लिए गए हैं. आधी रात को सड़कों पर अफरा-तफरा का माहौल दिखा.

जैश का हेडक्वार्टर ध्वस्त 
जैश मुख्यालय लगभग 200 एकड़ में फैला हुआ है, जिसमें मस्जिद, स्कूल, अस्पताल, फॉर्म और एक ट्रेनिंग कैंप शामिल है. भारतीय सेना के मिसाइल हमले से जैश का मुख्यालय पूरी तरह से ध्वस्त हो गया है. सूत्रों के मुताबिक, भारतीय सेना के फाइटर जेट ने पाकिस्तान के बहावलपुर और पीओके के मुजफ्फराबाद, कोटली, बाघ, मुरीदके, गुलपुर, महमूना, जोया और बिबर में मिसाइलें बरसाईं.

रात साढ़े 12 बजे किया गया पहला हमला
सूत्रों के मुताबिक, भारतीय सेना की ओर से पहला हमला रात करीब 12:30 बजे किया गया. हमले से लश्कर की टॉप लीडरशिप ढेर हो गई है. हाफिज सईद के बेटे ताल्हा सईद के बेटे के टॉप कमांडर ढेर हो गए हैं. नौशहरा सेक्टर LOC के पीओजेके के कोटली, हमीरपुर इलाके में हुआ भारी नुकसान. कई लॉन्चिंग पैड तबाह हुए. धमाके से पीओजेके का कोटली, हमीरपुर इलाका गूंज उठा, जिसकी आवाज इस और सुनाई दी. सेना ने कुल 9 साइट पर स्ट्राइक की.

लश्कर-ए-तैयब्बा को हुआ सबसे ज्यादा नुकसान
लश्कर को भारतीय सेना के हमले से सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है. पहलगाम हमले के गुनाहगारों को लॉन्च करने वाले कई आतंकी हमले में ढेर हो गए.

9 टारगेट पूरी तरह सफल
1. बुहावलपुर में जैश-ए-मुहम्मद का हेड क्वार्टर. बहावलपुर में दो जगह हमला किया गया.
2. मुरीदके : लश्कर ए तैयब्बा का हेड क्वार्टर
3. मुजफ्फराबाद : हिजबुल मुजाहिद्दीन का अड्डा
4. कोटली : टेरर कैंप
5.  गुलपुर : टेरर लॉन्च पैड
6. भिंबर : टेरर लॉन्च पैड
7. चक अमरू : टेरर लॉन्च पैड
8. सियालकोट : आतंकी कैंंप

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