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देवेंद्र फडणवीस बने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री, एकनाथ शिंदे और अजित पवार ने ली डिप्टी सीएम की शपथ

मुंबई: महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में महायुति की प्रचंड जीत के बाद बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस ने 11 दिन बाद गुरुवार को मुख्यमंत्री की शपथ ग्रहण की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और 22 राज्यों के सीएम और डिप्टी सीएम की मौजूदगी में महाराष्ट्र के राज्यपाल सी पी राधाकृष्णन ने फडणवीस को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। देवेंद्र फडणवीस को 4 दिसंबर को बीजेपी विधायक दल का नेता चुना गया था। गुरुवार को शपथ लेने से पहले फडणवीस सिद्धिविनायक मंदिर पहुंचे थे। वहां पर उन्होंने गणपति बप्पा का आशीर्वाद लिया था। इसके बाद उन्होंने गौमाता की पूजा भी की थी। शपथ समारोह में पहले देवेंद्र फडणवीस और फिर उनके बाद एकनाथ शिंदे व अजित पवार ने डिप्टी सीएम की शपथ ली। शपथ ग्रहण समारोह में यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के साथ तमाम राज्यों के मुख्यमंत्री मौजूद रहे।शपथ समारोह मुंबई के आजाद मैदान में शाम 5:31 बजे शुरू हुआ, जो 16 मिनट यानी, 5:47 बजे तक चला। राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन के सामने तीनों नेताओं ने मराठी में शपथ ली।

फडणवीस के साथ मुंबई के आजाद मैदान में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख अजित पवार ने भी शपथ ग्रहण की। इसके अलावा अभी तक महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री रहे एकनाथ शिंदे ने भी शपथ ग्रहण की। दोनों को नई सरकार में डिप्टी सीएम बनाया गया है। महायुति की पिछली सरकार में एकनाथ शिंदे मुख्यमंत्री थे। देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार उपमुख्यमंत्री थे। बीजेपी के 132 सीटें जीतने के देवेंद्र फडणवीस मुख्यमंत्री के दावेदार बनकर उभरे थे। आखिर में उनके नाम पर ही मुहर लगी। फडणवीस सरकार के मंत्रियों की शपथ ग्रहण कुछ दिन बाद होने की उम्मीद है।महाराष्ट्र में नए विधायकों को शपथ दिलाने और स्पीकर के चुनाव के लिए सात दिसंबर से विशेष सत्र बुलाया गया है। इस सत्र के बाद दिसंबर के बीच में नागपुर में विधानसभा का शीतकालीन सत्र होगा। सूत्रों की मानें तो इससे पहले फडणवीस अपने मंत्रीमंडल का विस्तार कर लेंगे। पिछली सरकार में कुल मंत्रियों की संख्या 28 थी। इस बार मंत्रियों की संख्या बढ़ने की उम्मीद है। महायुति 2.0 में 50:30:20 का फॉर्मूला रहने की उम्मीद है। इसके तहत बीजेपी को 21 और शिवसेना तथा एनसीपी को 12 और 10 मंत्री पद मिल सकते हैं।

फडणवीस ने तीसरी बार ली शपथ
देवेंद्र फडणवीस ने मुंबई के आजाद मैदान में तीसरी बार राज्य के मुख्यमंत्री की शपथ ली। फडणवीस 2014 में पहली बार राज्य के मुख्यमंत्री बने थे। इसके बाद उन्होंने पूरे पांच साल सरकार चलाई थी। 2019 में शिवसेना के अलग होने और एनसीपी से आए अजित पवार के लौट जाने के कारण फडणवीस की सरकार गिर गई थी। वह पांच दिन सीएम रहे पाए थे। पहली बार फडणवीस ने वानखेड़े स्टेडियम में शपथ ली, जबकि दूसरी राजभवन और तीसरी बार उन्होंने आजाद मैदान में मुख्यमंत्री की शपथ ग्रहण की। इस बार के शपथ ग्रहण समारोह में शाहरुख खान और सलमान खान समेत उद्योग जगत की बड़ी हस्तियां मौजूद रहीं।54 साल के देवेंद्र फडणवीस महाराष्ट्र भाजपा के सबसे बड़े नेता हैं। वह एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली महायुति सरकार में उपमुख्यमंत्री रहे हैं। देवेंद्र फडणवीस महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और प्रदेश इकाई के अध्यक्ष भी रह चुके हैं। 22 जुलाई 1970 को नागपुर में एक मध्यमवर्गीय महाराष्ट्रीयन परिवार में देवेंद्र फडणवीस का जन्म हुआ था। उनके माता-पिता काफी प्रतिष्ठित थे, जो सार्वजनिक सेवा और सामाजिक सक्रियता में सक्रिय रूप से शामिल थे। देवेंद्र के पिता गंगाधरराव फडणवीस जनसंघ के सदस्य थे और वह नागपुर से महाराष्ट्र विधान परिषद के सदस्य भी रहे। आपातकाल के दौर में जब देश भर में विरोधी नेताओं को जेल में डाला गया तो उनमें से एक देवेंद्र के पिता गंगाधरराव भी थे। गंगाधरराव को एक विरोध रैली के दौरान गिरफ्तार कर लिया गया और उन्हें लंबे समय तक जेल में रखा गया। उनके पिता की कैंसर से मौत हो गई थी। तब देवेंद्र 16 साल के थे। उनकी माता सरिता फडणवीस अमरावती के प्रतिष्ठित कालोटी परिवार से ताल्लुक रखती हैं। वे विदर्भ हाउसिंग क्रेडिट सोसाइटी की पूर्व निदेशक रह चुकी हैं। 

कार्ड में लिखा गया था मां का नाम
महाराष्ट्र में अधिकांश लोग स्थानीय मान्यता के मुताबिक अपने नाम के बीच में पिता का नाम लिखते हैं। मगर देवेंद्र फडणवीस के शपथ ग्रहण समारोह के कार्ड के उनके नाम के बीच में मां का नाम लिखे होने को लेकर चर्चा का आलम है। देवेंद्र फडणवीस ने तीसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। इससे पहले उन्होंने 2014 और 2019 में भी शपथ ली थी। मगर उन्होंने तब अपनी मां का नाम शामिल नहीं किया था। इस बार विधानसभा चुनाव के दौरान दाखिल किए गए शपथ पत्र में भी उन्होंने अपना नाम देवेंद्र गंगाधरराव फडणवीस लिखा था। समारोह के कार्ड में भी फडणवीस के नाम के साथ उनकी मां का नाम लिखा गया था। इसमें उनका पूरा नाम देवेंद्र सरिता गंगाधरराव फडणवीस लिखा था।

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