मुंबई.शिवसेना (UBT) के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे की आज फिर तलाश हो गई. ये तलाशी महाराष्ट्र के शोलापुर में हुई है. इससे पहले सोमवार को दावा किया कि 20 नवंबर को होने वाले महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार करने के वास्ते जब वह यवतमाल पहुंचे तो सरकारी अधिकारियों ने उनके बैग की जांच की. इसके बाद उन्होंने सवाल किया कि क्या निर्वाचन अधिकारी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अन्य वरिष्ठ नेताओं के सामान की भी जांच करेंगे? उद्धव के बयान के बाद उनकी पार्टी के नेताओं और बीजेपी में वार-पलटवार शुरू हो गया है.राज्यसभा सांसद संजय राउत ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा, “चुनाव आयोग अपना काम करते रहते हैं. चुनावी राज्य महाराष्ट्र, झारखंड इससे पहले हरियाणा और जम्मू-कश्मीर में उन्होंने हमारे सामान, हेलीकॉप्टर, प्राइवेट जेट और कार सबकी जांच की, वो हमारे घर तक पहुंचे, हमको इससे कोई तकलीफ नहीं है, अगर आप यह काम निष्पक्ष तरीके से कर रहे हो.” उन्होंने आगे कहा महाराष्ट्र चुनाव में जिस क्षेत्र में एकनाथ शिंदे, अजीत पवार रहे, वहां पर 25-25 करोड़ रुपये तक पहुंच गए. मैंने पहले भी बताया था कि लोकसभा चुनाव के दौरान हेलीकॉप्टर से 20 बैग उतरे.संजय राउत ने सवाल किया कि आप हमारा सामान चेक कीजिए, लेकिन देवेंद्र फडणवीस, एकनाथ शिंदे, अजीत पवार नरेंद्र मोदी और अमित शाह के हेलीकॉप्टर और उनकी गाड़ियों के काफिले को रोककर जांच करते हो क्या? उन्होंने आगे कहा कि महाराष्ट्र में पैसों का जिस तरीके से डिस्ट्रीब्यूशन चल रहा है, चुनाव आयोग के पर्यवेक्षक को यह नहीं दिख रहा है क्या? हमने बार-बार उनको इस विषय पर बताया है, लेकिन वो विपक्ष के नेता को ही रोकेंगे.भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता किरीट सोमैया ने मंगलवार को शिवसेना (यूबीटी) अध्यक्ष उद्धव ठाकरे द्वारा एयरपोर्ट पर सामान चेकिंग के दौरान आपत्ति जताए जाने पर रोष जाहिर किया. उन्होंने इस संबंध में अपने सोशल मीडिया एक्स हैंडल पर एक पोस्ट शेयर कर लिखा, “चुनाव आयोग के अधिकारियों ने 17 मई 2024 को लोकसभा चुनाव के दौरान एकनाथ शिंदे का हेलीकॉप्टर और सामान चेक किया था. इसके बाद पांच नवंबर को देवेंद्र फडणवीस का सामान कोल्हापुर में चेक किया गया. लेकिन, तब इन दोनों ने कोई भी आपत्ति जाहिर नहीं की थी, मगर आज जब उद्धव ठाकरे का सामान चेक किया गया है, तो वो हो-हल्ला कर रहे हैं, जिसे किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं किया जा सकता है.”उद्धव ठाकरे के आरोपों पर चुनाव आयोग ने कहा- “2024 के लोकसभा चुनावों के दौरान सत्ताधारी दल के प्रमुख नेताओं के हेलिकॉप्टर की तलाशी ली गई थी. 24 अप्रैल 2024 को BJP के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के हेलिकॉप्टर की तलाशी बिहार के भागलपुर जिले में ली गई. जबकि 21 अप्रैल 2024 को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के हेलिकॉप्टर की तलाशी बिहार के कटिहार जिले में हुई थी.”
शिवसेना (यूबीटी) के अध्यक्ष एवं महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने शनिवार को कहा कि उनकी पार्टी ने बीजेपी के साथ 30 साल तक गठबंधन में रहने के बावजूद अपनी पहचान नहीं खोई तो अब उसके कांग्रेस में बदल जाने का सवाल ही नहीं उठता. शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख ने 20 नवंबर को होने वाले महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले कलमनुरी, हिंगोली और वासमत विधानसभा क्षेत्रों से विपक्षी महा विकास आघाडी (एमवीए) गठबंधन के उम्मीदवारों के लिए हिंगोली में आयोजित एक चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए यह कहा. भाजपा ने शिवसेना (यूबीटी) की आलोचना करते हुए कहा था कि उद्धव की पार्टी कांग्रेस का ही दूसरा संस्करण बन गई है. इसका जवाब देते हुए उद्धव ठाकरे ने कहा कि उनकी पार्टी कई साल तक भाजपा की सहयोगी रही, लेकिन उसने अपनी पहचान नहीं खोई.उद्धव ठाकरे ने कहा कि ‘प्रधानमंत्री मोदी और अमित शाह यहां आते हैं और लोगों से कहते हैं कि हमने (शिवसेना-यूबीटी ने) बालासाहेब ठाकरे की विचारधारा को त्याग दिया है. मैंने विचारधारा नहीं छोड़ी, मैंने भाजपा छोड़ी है. भाजपा बाल ठाकरे के विचार नहीं हैं.’ ठाकरे ने कहा कि ‘शिवसेना कांग्रेस कैसे बन सकती है? कांग्रेस हमारे साथ है. शिवसेना 25-30 साल तक भाजपा के साथ रहने के बावजूद भाजपा नहीं बन पाई. वह कांग्रेस कैसे बन सकती है?’ उन्होंने 2019 में भाजपा से नाता तोड़कर कांग्रेस और (तब अविभाजित) राकांपा से हाथ मिला लिया था. भाजपा के नारे ‘एक है तो ‘सेफ’ है’ पर ठाकरे ने कहा कि ‘हम पहले से ही एकजुट हैं, हम साथ रहकर भाजपा का सफाया कर देंगे.’
राज्य के उद्योगों को गुजरात भेजा जा रहा
विपक्ष का दावा है कि महाराष्ट्र के लिए बनाई गई बड़ी औद्योगिक परियोजनाओं को गुजरात भेजा जा रहा है. उन्होंने इसका जिक्र करते हुए कहा कि महाराष्ट्र में चुनाव होने के बावजूद गुजरात में टाटा एयरबस परियोजना का धूमधाम से उद्घाटन किया गया. ठाकरे ने कहा कि कलमनुरी से मौजूदा विधायक और एकनाथ शिंदे की अगुवाई वाली शिवसेना के उम्मीदवार संतोष बांगर ने उनसे उस समय मुलाकात की थी, जब वह मुख्यमंत्री थे और कोरोनावायरस संक्रमण से पीड़ित थे. शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख ने जून 2022 में पार्टी में विभाजन का जिक्र करते हुए कहा कि ‘वह रो रहे थे और अगले दिन मैंने देखा कि वह वहां (शिंदे खेमे) चले गए. मुझे उनके पापों के बारे में बाद में पता चला.’ ठाकरे ने दावा किया कि उनकी सरकार ने कोरोना वायरस महामारी के दौरान लोगों का ख्याल रखा.
मराठा आरक्षण का वादा
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘महाराष्ट्र अपने लोगों की देखभाल करने के मामले में (महामारी के दौरान) नंबर वन पर रहा. कुछ लोग दावा करते हैं कि मैं घर पर बैठा था, लेकिन मैं वहीं से लोगों की देखभाल कर रहा था. इन चोरों ने हमारे साथ विश्वासघात किया. अगर हमें पूरा कार्यकाल मिलता तो कोई भी मांग अधूरी नहीं रहती. हर काम पूरा हो जाता.’ उद्धव नीत एमवीए की सरकार शिंदे के नेतृत्व में शिवसेना में बगावत होने के बाद गिर गई थी. शिवसेना(यूबीटी) अध्यक्ष ने कहा कि अगर उनकी सरकार बनी तो महा विकास आघाडी आरक्षण की सीमा बढ़ाने के लिए एक प्रस्ताव पारित करेगी और इसे केंद्र सरकार को भेजेगी. उन्होंने कहा कि ‘जो लोग दिल्ली में बैठे हैं, वे इस मुद्दे को सुलझा सकते हैं.’ उल्लेखनीय है कि मराठा समुदाय के कुछ नेता आरक्षण की मौजूदा 50 प्रतिशत की सीमा को हटाना चाहते हैं ताकि उनके समुदाय को भी आरक्षण के दायरे में लाया जा सके.