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कांग्रेस अधिवेशन: राहुल गांधी ने उठाया जाति जनगणना का मुद्दा, दावा किया कि देश में आर्थिक तूफान आने वाला है।

अहमदाबाद: कांग्रेस नेता और लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी ने बुधवार को दावा किया कि संसद से पारित वक्फ संशोधन अधिनियम धर्म की स्वतंत्रता पर हमला और संविधान विरोधी कदम है। साथ ही उन्होंने चेतावनी दी कि आने वाले समय में दूसरे अल्पसंख्यक समुदायों को भी निशाना बनाया जाएगा।उन्होंने यहां पार्टी के अधिवेशन को संबोधित करते हुए यह भी कहा कि देश की जनता भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) से तंग आ चुकी है और अब बदलाव होने वाला है। गुजरात के अहमदाबाद में कांग्रेस का 84वां दो दिवसीय अधिवेशन चल रहा है।  मंगलवार को पहले दिन कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक चार घंटे चली। आज आखिरी दिन कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने पार्टी के कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। कार्यक्रम में राहुल गांधी ने एक बार फिर से जाति जनगणना को लेकर आवाज उठाई है। राहुल ने कहा है कि वक्फ बिल संविधान पर आक्रमण है। राहुल गांधी ने अपने संबोधन की शुरुआत में महात्मा गांधी और सरदार पटेल को याद करते हुए कहा, 100 साल पहले महात्मा गांधी कांग्रेस के अध्यक्ष बने थे। 150 साल पहले सरदार पटेल का जन्म हुआ था। गांधीजी, सरदार पटेल ये कांग्रेस पार्टी की नींव हैं। अभी अजय लल्लू ने कहा कि मैं पिछड़ों, दलितों, आदिवासियों, गरीबों के लिए काम कर रहा हूं। राहुल गांधी ने अपने बचपन का किस्सा सुनाते हुए बताया कि ‘मैंने एक बार अपनी दादी इंदिरा गांधी से एक बार एक सवाल पूछा कि दादी मरने के बाद आपके बारे में लोगों को क्या कहना चाहिए? इंदिरा गांधी ने जवाब दिया कि राहुल, मैं अपना काम करती हूं। मरने के बाद लोग मेरे बारे में क्या सोचें, क्या न सोचें मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता। मैं सिर्फ अपने काम में दिलचस्पी रखती हूं। अगर पूरी दुनिया मेरे मरने के बाद मुझे भूल भी जाए तो वो भी मुझे मंजूर है। यही मेरी भी सोच है।

राहुल गांधी ने कहा कि वक्फ विधेयक (अधिनयम) धर्म की स्वतंत्रता और संविधान पर हमला है। यह संविधान विरोधी है। उन्होंने दावा किया कि आरएसएस से जुड़ी पत्रिका ‘आर्गेनाइजर’ में ईसाइयों की भूमि को निशाना बनाने की बात की गई है और आगे सिख समुदाय के साथ भी ऐसा होगा। राहुल गांधी ने दावा किया देश भारतीय जनता पार्टी से तंग आ गया है और बिहार के विधानसभा चुनाव में यह दिखेगा। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि आने वाले समय में बदलाव होने वाला है, लोगों का मूड दिख रहा है। उनके द्वारा संसद में भी जाति जनगणना की मांग उठाए जाने का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि तेलंगाना में जातिगत सर्वेक्षण के रूप में क्रांतिकारी कदम उठाया गया है।राहुल गांधी ने कहा कि यह पता लगाना मकसद है कि कितनी किसकी भागीदारी है। राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और आरएसएस (राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ) ने जाति जनगणना से साफ इनकार कर दिया है। उन्होंने इस बात को दोहराया कि केंद्र में कांग्रेस और विपक्ष की सरकार आने पर जाति जनगणना कराई जाएगी। साथ ही कांग्रेस नेता ने कहा कि निजी क्षेत्र में देश की 90 फीसदी आबादी की भागीदारी ना के बराबर है। उन्होंने कहा कि आरक्षण की 50 फीसदी की दीवार को तोड़ा जाएगा। राहुल गांधी ने कहा कि लोकसभा में, राज्यसभा में हम कानून पास करेंगे। जाति जनगणना यहीं से निकालेंगे। मैं जानता हूं कि जो तेलंगाना की हालत है, वह हर प्रदेश की है। तेलंगाना में 90 फीसदी आबादी, ओबीसी, दलित, अल्पसंख्यक है। तेलंगाना में मालिकों की लिस्ट, सीईओ की लिस्ट, सीनियर मैनेजमेंट की लिस्ट में इस 90 फीसदी में से नहीं मिलेगा।राहुल ने कहा, तेलंगाना में सारे गिग वर्कर्स दलित, ओबीसी या आदिवासी हैं। तेलंगाना में जाति जनगणना में नया उदाहरण दिया है। तेलंगाना में हम सचमुच में विकास का काम कर सकते हैं। वहां हम हर सेक्टर में आपको बता सकते हैं। मैं खुश हूं कि जाति जनगणना होने के बाद हमारे सीएम और टीम ने ओबीसी रिजर्वेशन को 42% तक पहुंचा दिया। जब दलित, ओबीसी, अल्पसंख्यक की भागीदारी की बात आती है तो भाजपा के लोग चुप हो जाते हैं। जो हमने तेलंगाना में किया है, वह हम पूरे देश में करने जा रहे हैं। भाजपा ने इसे रद्द कर दिया है।

नए टैरिफ को लेकर पीएम मोदी पर हमला

भारतीय जनता पार्टी की सरकार पर संस्थाओं को निशाना बनाने का आरोप लगाते हुए राहुल गांधी ने कहा कि केंद्र अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और ओबीसी के लिए दरवाजे बंद कर रहा है। राहुल गांधी ने अग्निपथ योजना का उल्लेख करते हुए कहा कि गरीबों, दलितों, आदिवासियों के लिए सेना में जाने के अवसर खत्म कर दिए गए हैं। राहुल गांधी ने अमेरिका के डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन की ओर से लागू की गई नई टैरिफ नीति का उल्लेख करते कहा कि डोनाल्ड ट्रंप को मोदी जी अपना मित्र कहते हैं। उन्होंने नए टैरिफ लगाने की बात की लेकिन प्रधानमंत्री ने चूं तक नहीं की।राहुल गांधी ने दावा किया कि देश में आर्थिक तूफान आने वाला है। उन्होंने कहा कि ट्रंप टैरिफ से ध्यान भटकाने के लिए वक्फ संशोधन विधेयक को लेकर संसद में देर रात तक ड्रामा किया गया। बांग्लादेश के मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस के साथ बैंकाक में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की बैठक का उल्लेख करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि यूनुस ने भारत के खिलाफ बयानबाजी की लेकिन प्रधानमंत्री उनके साथ बैठे हुए थे। उन्होंने कहा कि कहां गई 56 इंच की छाती? केंद्र पर संविधान और देश की संस्थाओं पर आक्रमण करने का आरोप लगाते हुए राहुल गांधी ने कहा कि यह विचारधारा की लड़ाई है। जिस पार्टी के पास विचारधारा नहीं है, वो भाजपा और आरएसएस के सामने नहीं खड़ी हो सकती। जिस पार्टी के पास विचारधारा है, वहीं भाजपा और आरएसएस को हराएगी। राहुल गांधी ने दावा किया कि संविधान बनने के समय आरएसएस ने रामलीला मैदान में संविधान की प्रति जलाई थी।

राहुल के निशाने पर संघ और भाजपा
राहुल गांधी ने भाजपा और संघ पर निशाना साधते हुए कहा कि, वे संस्थाओं पर आक्रमण कर रहे हैं। अदाणी-अंबानी को देश का पूरा धन दिया जा रहा है। संविधान में कहीं नहीं लिखा कि देश का पूरा धन दो-तीन लोगों के हाथ में होना चाहिए। संविधान में कहीं नहीं लिखा कि देश के सभी वाइस चांसलर आरएसएस के होना चाहिए? संविधान में कहीं नहीं लिखा कि देश में कोई खास भाषा ही पढ़ाई जाएगी। जिस पार्टी के पास विचारधारा, स्पष्टता नहीं है, वो भाजपा और आरएसएस के सामने खड़ी नहीं हो सकती। जिसके पास विचारधारा है, वही भाजपा और आरएसएस के सामने खड़ी हो सकती है, वही उन्हें हराएगी।राहुल गांधी ने कहा कि हम अंग्रेज और आरएसएस की विचारधारा के खिलाफ लड़े थे। इनकी विचारधारा स्वतंत्रता संग्राम की विचारधारा नहीं है। जिस दिन संविधान लिखा गया था, उस दिन संघ ने रामलीला मैदान में संविधान को जलाया था। इसमें लिखा है कि हमारे देश का झंडा तिरंगा होगा। सालों तक आरएसएस ने तिरंगे को सैल्यूट नहीं किया। वे हिंदुस्तान की सारी संस्थाओं कब्जा करके आपका पैसा अदाणी-अंबानी को देना चाहते हैं।

राहल ने उठाया अग्निवीर का मुद्दा
अग्निवीर के मुद्दे पर राहुल ने कहा कि आज हमारी सरकार युवाओं को कहती है कि आप युद्ध में शहीद होंगे, आप अग्निवीर हो तो हम आपको न शहीद का दर्जा देंगे और न ही पेंशन। आपके साथ जो लड़ रहा है, उसे मिलेगा, आपको नहीं। दलित, पिछड़ा, अति-पिछड़ा को नुकसान हो रहा है।वहीं हाल में बांग्लादेश की अतंरिम सरकार के सलाहकार मोहम्मद युनुस और पीएम मोदी की मुलाकात को लेकर राहुल गांधी ने जमकर निशाना साधा। राहुल गांधी ने कहा कि बांग्लादेश भारत के खिलाफ बयान दे रहे हैं। भारत के प्रधानमंत्री वहां के नेता से मिले। उनके मुंह से एक शब्द नहीं निकला। कहां गई 56 इंच की छाती।

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